Connect with us

जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने आपदा प्रभावित क्षेत्र धराली का भ्रमण किया

उत्तराखंड

जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने आपदा प्रभावित क्षेत्र धराली का भ्रमण किया

जिलाधिकारी प्रशांत आर्य आपदा प्रभावित क्षेत्र धराली के भ्रमण पर है। घटना के बाद से ही जिलाधिकारी आपदा प्रभावित क्षेत्र में स्वंय उपस्थित रहकर सर्च एवं रेस्क्यू अभियान और राहत सहायता के वितरण से लेकर आधारभूत संरचनाओं को पटरी में लाने के लिए स्वंय सतर्कता से मॉनिटरिंग कर रहे है।

फलस्वरूप जहां धराली में सर्च एवं रेस्क्यू तीव्र गति से संचालित है वहीं प्रभावित परिवारों को सहायता राशि समय से प्रदान करने,रसद एवं जरूरतमंद सामान प्रभावित परिवारों को त्वरित मुहैया कराने और सड़क मार्ग की बहाली से लेकर हर्षिल में आंशिक झील से पानी की निकासी हेतु लिए गए त्वरित निर्णय से व्यवस्था में अपेक्षित सुधारात्मक प्रयास हुए है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने जलवायु लचीलापन व जल स्थिरता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया

बहरहाल धराली में बिजली,पानी बहाल है,आज शाम तक नेट कनेक्टिविटी भी बहाल होने की उम्मीद है गौरतलब है कि कल डबरानी के पास ओएफसी लाइन कट होने के कारण नेटवर्क कनेक्टिविटी अवरुद्ध हुई थी। रोजमर्रा की सभी वस्तुओं और सामाग्रियों को प्रभावित परिवारों तक पहुंच चुकी है। सड़क मार्ग की बहाली तक रसद एवं अन्य सामाग्री धराली एवं अन्य प्रभावित क्षेत्रों के भंडार गृह में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

आवश्यकता पड़ने पर हैली से भी रसद एवं अन्य जरूरतमंद सामान धराली पहुंचाया जा रहा है। किसानों एवं बागवानों के नकदी फसल एवं सेब के नुकसान का आंकलन उद्यान,कृषि और राजस्व विभाग द्वारा किया जा चुका है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड : धराली आपदा प्रभावितों को मिली त्वरित राहत, घर, जमीन, खेती व अन्य नुकसान के मुआवजे का आकलन भी शुरू

धराली में क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग को सुचारू करने का प्रयास जारी है। उधर हर्षिल गाड़ में जमा मलबा हटाने के बाद गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सोनगाड़ तक सुचारू हो जाएगा।

सोनगाड़ में जगह-जगह लगभग 400 मीटर सड़क मार्ग का हिस्सा पूर्ण रूप से ध्वस्त है। हालांकि वर्तमान में गंगोत्री से धराली एवं हर्षिल से सोनगाड़ तक यातायात ट्रांशिप के माध्यम से सुचारू है। सोनगाड़ से डबरानी तक करीब 2 किमी पैदल मार्ग है। उसके बाद वहां से उत्तरकाशी के लिए सड़क मार्ग सुचारू है।

जिलाधिकारी ने मंगलवार को गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हर्षिल से सोनगाढ़ तक अनेक स्थानों में क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। सोनगाढ़ के पास सड़क मार्ग का करीब 400 मीटर हिस्सा पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त है।

यह भी पढ़ें 👉  सभी वैज्ञानिक संस्थानों के साथ भूस्खलन न्यूनीकरण की समस्याओं के निराकरण पर चर्चा

जिलाधिकारी ने सीमा सड़क संगठन को सड़क मार्ग को सुचारू कराने के लिए तेजी से अतिरिक्त प्रयास करने के निर्देश दिए। ताकि सीमांत क्षेत्र में सड़क कनेक्टिविटी बहाल हो सके। उसके उपरांत जिलाधिकारी ने सोनगाड़ में क्षतिग्रस्त वैली ब्रिज का भी निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।

जिलाधिकारी एवं आईजी अरुण मोहन जोशी ने आज मुखबा में अधिकारियों की बैठक लेते हुए राहत एवं बचाव अभियान की समीक्षा की। तथा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।

इस दौरान जिला पर्यटन विकास अधिकारी केके जोशी, एसडीएम मुकेश रमोला,मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ.रजनीश सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड

ट्रेंडिंग खबरें

To Top