Connect with us

तलजामण और डूंगर,उछोला , जैसे दुर्गम क्षेत्रों में संचालित हो रहा सामुदायिक किचन

उत्तराखंड

तलजामण और डूंगर,उछोला , जैसे दुर्गम क्षेत्रों में संचालित हो रहा सामुदायिक किचन

रुद्रप्रयाग जनपद के बसुकेदार क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के बाद जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर अंजाम दिया जा रहा है। आपदा की गंभीरता को देखते हुए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें लगातार लापता लोगों की खोजबीन में जुटी हैं। वहीं, प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को शीघ्र बहाल कर दिया गया है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आपदा की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रभावित लोगों को त्वरित राहत और आवश्यक सहायता पहुंचाने में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि,”राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ खड़ी है और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।”

यह भी पढ़ें 👉  19 अगस्त से गैरसैंण विधानसभा सत्र, अनुपूरक बजट के साथ 9 विधेयक होंगे पेश

मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप जिलाधिकारी प्रतीक जैन स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित किया है कि प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता शीघ्रता से उपलब्ध कराई जाए। प्रशासन ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों को सेक्टरों में बांटकर वहां नोडल अधिकारियों की तैनाती कर दी है, ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके और समन्वय बना रहे।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री धामी ने एम्स ऋषिकेश में भर्ती घायल श्रद्धालुओं का हालचाल जाना

खाद्यय एवं पूर्ति विभाग भी राहत कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। विभाग ने उछोला क्षेत्र में मौसम साफ होने पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से राशन पहुंचाया, जबकि बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते वैकल्पिक माध्यमों से भी खाद्यान्न पहुंचाने का कार्य जारी है।

जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया कि तलजामण और डूंगर,उछोला , जैसे दुर्गम क्षेत्रों में सामुदायिक किचन संचालित कर लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं, बांगर क्षेत्र के डांगी, स्यूर, मध्य गांव, जोला, बढेथ,भण्डारी ताल, डुंगर,बक्सीर, बडेथ,भटवाडी,तालजामण जैसे क्षेत्रों में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से पूर्व में ही तीन माह का राशन वितरित किया जा चुका है।

यह भी पढ़ें 👉  रसोई से मंडी तक हाहाकार: टमाटर-प्याज़-आलू पर मौसम की मार

अब सितंबर माह के राशन वितरण का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विभाग प्रत्येक प्रभावित परिवार की आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखते हुए खाद्यान्न आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा बताया कि इन सभी जगहों में विभाग की टीमें तैनात है जो ग्रामीणो की हर सम्भव मदद कर रही है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड

ट्रेंडिंग खबरें

To Top